प्रखंड मुख्यालय स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में गुरुवार को प्रगतिशील किसान से कृषि उद्यमी बनाने के उद्देश्य से कृषि संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कृषि विज्ञान केंद्र की अध्यक्ष सह अध्यक्ष सह वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. अनुराधा रंजन कुमारी ने की।

इस कार्यक्रम में जिले के विभिन्न प्रखंडों के प्रगतिशील किसान शामिल हुई। इस दौरान कृषि पर आधारित कृषि संवाद में कृषि संबंधित चर्चा की गई। इसके पूर्व कार्यक्रम का उद्घाटन डा. अनुराधा रंजन कुमारी, अभिषेक कुमार, राजा कलाम ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कृषि वैज्ञानिक डा. रंजन ने एफपीओ का गठन कर उन्नत कृषि पर बल दिया। उन्होंने कहा कि एफपीओ के माध्यम से कृषि करने के लिए समूह में जमा पैसे से खेती करने में सुविधा होगी। उन्होंने कहा कि एफपीओ एक संगठन है जिसके माध्यम से गांव के अन्य किसी प्रकार की समस्या का समाधान कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कृषि विज्ञान केंद्र के सौजन्य से संचालित योजनाओं में जलवायु के अनुकूल खेती, निकरा परियोजना, प्राकृतिक खेती योजना, जैविक खेती योजना तथा एफपीओ के गठन कर कृषि के क्षेत्र में उन्नत कार्य करने तथा कृषि से उत्पादन को बाजार में भेजने तथा उचित मूल्य पर बेचने आदि शामिल हैं।

बिहार उद्यमी संघ के महासचिव अभिषेक कुमार ने प्रगतिशील किसान कृषि उद्यमी कैसे बनें इस पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि एसपीओ समय की मांग है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा एमओयू होने के बाद विभिन्न जिलों में कृषि संवाद किया जा रहा है जिसके तहत किसानों को रोजगार एवं मेहनत का सही प्रयोग कर आगे बढ़ने की बात बताई जाती है। इस अवसर पर कृषि अभियंता कृष्ण बहादुर क्षेत्री सहित अन्य वैज्ञानिकों ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन शिवम चौबे ने किया। इस कृषि संवाद के अवसर पर प्रगतिशील कृषक अशोक सिंह, सुरेंद्र सिंह, शिव प्रसाद साहनी, त्रिलोकी सिंह आदि उपस्थित थे।